गोरखपुर। पहलगाम में आतंकवाद की घटना को लेकर पूरा देश दुखी है। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है। देश के सभी नागरिक हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं। पूरा देश पीड़ित परिवार के साथ है। जुमा की तकरीरों में उलमा किराम ने एक स्वर में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उलमा किराम ने मांग करते हुए कि कहा कि सरकार आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। हमले के पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाए। कश्मीरियों ने भी अपनी जान की परवाह किए बगैर काफी पर्यटकों के जान की हिफाजत की। जुमा की नमाज के बाद पूरे देश व दुनिया में अमन, शांति, मुहब्बत व भाईचारेे की दुआ मांगी गई।
सुब्हानिया जामा मस्जिद तकिया कवलदह के इमाम मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने कहा कि इस्लाम की मजहबी किताब पवित्र कुरान में निहित संदेश बताता है कि “जिसने किसी जान को अन्यायपूर्वक मारा या जमीन में फसाद किया तो वह ऐसा है जैसे उसने पूरी मानवता को मार डाला।” मानवीय मूल्यों में भ्रष्टाचार और आतंक के लिए कोई स्थान नहीं है। आतंकवाद एक अत्याचार है और हम सभी इस अत्याचार की कड़ी निंदा करते हैं। साथ ही हम सरकार से पीड़ितों को हर संभव मदद प्रदान करने की अपील करते हैं।
मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक के इमाम मुफ्ती मेराज अहमद कादरी ने कहा कि आतंकवाद और आतंकवादी मानवता के खुले दुश्मन हैं। इस्लाम की शिक्षाओं में भी आतंकवाद की कड़ी निंदा की गई है। पैगंबर-ए-इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इंसानों के खिलाफ क्रूरता और हिंसा से रोका है और इसे हराम करार दिया है। सरकार को जल्द से जल्द आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
शाही जामा मस्जिद तकिया कवलदह के इमाम हाफिज आफताब आलम ने कहा कि निर्दोष लोगों का खून बहाकर उनकी हत्या करना इस्लाम में पूरी तरह से हराम और नाजायज है। इस्लाम इस बर्बर कृत्य को पूरी तरह से प्रतिबंधित करता है और ऐसा करने वालों को कड़ी सजा का हकदार मानता है। पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एक साथ खड़ा है। हम सभी आतंकवाद और दहशतगर्दी का पुरजोर विरोध और निंदा करते हैं।
चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर के इमाम मौलाना महमूद रजा कादरी ने कहा कि इस्लाम शांति, सुरक्षा और सहिष्णुता का धर्म है। इस्लाम ने मानव जीवन की अन्यायपूर्ण हत्या को सख्ती से प्रतिबंधित किया है। पहलगाम में आम लोगों पर आतंकवादियों द्वारा किया गया क्रूर हमला दिल दहला देने वाली घटना है। सरकार को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए गंभीरता से कदम उठाना चाहिए ताकि देश में रहने वाले आम लोगों को भविष्य में ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करना सरकार की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।