
गोरखपुर। नौजवान भारत सभा की ओर से बुधवार को ‘बच्चों को बचाओ, सपनों को बचाओ’ मुहिम की शुरुआत जाफरा बाज़ार के बड़े काजीपुर मोहल्ले से की गई।
इस दौरान नुक्कड़ सभा की गई और क्रान्तिकारी गीत प्रस्तुत किए गए। सभा में बात रखते हुए प्रसेन ने कहा कि आज पूरे देश में मोबाइल, सोशल मीडिया, टेलीविजन आदि के माध्यम से जो कचरा हमारे बच्चों के दिमाग में भरा जा रहा है वह हमारे बच्चों में संवेदनशीलता, सामूहिकता, न्यायबोध, कल्पनाशीलता का अंकुर उगने से पहले ही कुचल देता है। जो कुसंस्कृति आज परोसी जा रही है उससे बच्चों में अपने परिवेश और लोगों से अलगाव, हिंसा की प्रवृत्ति, अवसाद, नशाखोरी, यौन आक्रामकता, अपराध की तरफ रुझान बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है। मोबाइल न मिलने पर आत्महत्या करने या परिवार के लोगों पर हमला करने बहुत सारी घटनायें सामने आ रही हैं। ‘नौजवान भारत सभा’ बच्चों को इस दिमागी कचरे, कुसंस्कृति से बचाने के कटिबद्ध है। इसलिए लोगों से अपील की गई की अपने बच्चों को लोग मोबाइल टीवी आदि से दूर करने कोशिश करें। ऑस्ट्रेलिया में जिस तरह सरकार ने 16 साल के बच्चों के लिए इंटरनेट बैन कर दिया है उसी तरह यहां नागरिकों को सरकार पर दबाव बनाना चाहिए कि वो 16 साल के बच्चों के लिए इंटरनेट पर बैन लगाए। नौजवान भारत सभा के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जाफरा बाज़ार में बच्चों को अच्छी किताबें, नाटक, गीत आदि नौजवान भारतसभा द्वारा संचालित ‘शहीद भगतसिंह पुस्तकालय’ पर उपलब्ध हैं। परिजन अपने बच्चों को वहां जरूर भेजें।
कार्यक्रम में अम्बरीश, आकाश, प्रभाकांत, प्रसेन, प्रीति, धर्मराज आदि लोग शामिल हुए।