

गोरखपुर। अभी हाल ही में रामगिरी नामक व्यक्ति ने नासिक में प्रवचन के दौरान पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) व उम्मुल मोमिनीन हज़रत आयशा (रदियल्लाहु तआला अन्हु) की शान में अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर बेअदबी की। जिससे करोड़ों मुसलमानों की भावनाएं आहत हुई। मुसलमानों में इस बेअदबी को लेकर काफी नाराज़गी है। मुस्लिम समाज द्वारा रामगिरी की गिरफ्तारी की मांग जोर-शोर से उठाई जा रही है।
इसी क्रम में गुरुवार को जिले के मुस्लिम समाज द्वारा तीन सूत्रीय मांग पत्र राष्ट्रपति को डाक के जरिए भेजा गया। जिसके जरिए कहा गया कि मुसलमान सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन पैगंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में ज़र्रा बराबर भी बेअदबी बर्दाश्त नहीं कर सकता है। इसी माह अगस्त में महाराष्ट्र के नासिक जिले के सिन्नर तालुका के शाह पंचाले गांव में एक धार्मिक आयोजन के दौरान रामगिरी नामक व्यक्ति ने पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) व उम्मुल मोमिनीन हज़रत आयशा (रदियल्लाहु तआला अन्हा) की शान में बेअदबी करते हुए बेहद आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया। प्रवचन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इस घटना से करोड़ों मुसलमानों दुख पहुंचा है। नाराज़गी भी है। जिसके फलस्वरूप रामगिरी के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र के कई थानों में एफ़आईआर भी दर्ज हुई लेकिन अफसोस कि अभी तक महाराष्ट्र सरकार द्वारा रामगिरी की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
लिहाज़ा भारत के करोड़ों मुसलमान रामगिरी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी व कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग करते हैं। साथ ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भारत सरकार से कानून बनाए जाने का अनुरोध भी करते हैं। आरोपी रामगिरी की गिरफ्तारी करते हुए विवादित वीडियो यूट्यूब व सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफॉर्म से जल्द हटवाया जाए।
ज्ञापन में कहा गया कि भारत में धर्मों के बीच वैमनस्य व नफ़रत फैलाने वालों की सही जगह जेल है। ज्ञापन भेजने वालों में मुस्लिम धर्मगुरु व अवाम शामिल हैं।

