
गोरखपुर। मदरसा शमसुल उलूम मिर्जापुर चाफा में ईद मिलादुन्नबी महफ़िल हुई। कुरआन-ए-पाक की तिलावत कारी मसीहुद्दीन ने की। नात-ए-पाक हाफिज सलमान अशरफी ने पेश की। कारी फिरोज आलम अजहरी ने पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम की ज़िंदगी पर प्रकाश डाला। कहा कि पैग़ंबरे इस्लाम ने पूरी दुनिया को तौहीद, मानवता, एकता, भाईचारा, अमन का पैग़ाम दिया। पैग़ंबरे इस्लाम की तालीमात व किरदार की ही देन है कि इस्लाम धर्म सिर्फ 23 साल के प्रचार प्रसार से पूरी दुनिया में फैल गया और पैगंबरे इस्लाम के इंसाफ की वजह से अपने और पराये सब कद्र करते हैं। पैग़ंबरे इस्लाम का पैग़ाम है कि कमजोरों पर जुल्म न करो और महिलाओं की इज्जत व कद्र करो। मजदूरों पर उनके ताकत से ज्यादा बोझ न लादो और न ही ताकत से ज्यादा काम लो। उनकी मजदूरी बिना परेशान किए पसीना सूखने से पहले अदा करो। हर बड़े का अदब करो। इस पैग़ाम को आम करें। दीन-ए-इस्लाम के फर्जों की अदायगी तय समय पर करें। अंत में मुल्क में अमनो अमान की दुआ मांगी गई। महफ़िल में मकसूद अली, सुलेमान अली, अनवर अली, निसार अहमद, सदरुद्दीन आदि मौजूद रहे।
