गोरखपुर। दिशा छात्र संगठन की ओर से मंगलवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय के विवेकानन्द लॉन में ‘साम्प्रदायिकता और धर्मनिरपेक्षता’ विषय पर परिचर्चा की गई।
शुरुआत क्रान्तिकारी गीत ‘जारी है जारी है अभी लड़ाई जारी है’ से की गई। परिचर्चा में साम्प्रदायिकता क्या है?और अंग्रेजों के दौर से साम्प्रदायिकता कैसे पैदा हुई और आज के दौर में समाज को कैसे प्रभावित कर रही है? पर विस्तारपूर्वक बात की गई। दूसरे विषय धर्मनिरपेक्षता पर बात रखते हुए वक्ताओं ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता का अर्थ ‘सर्वधर्म समभाव’ नहीं बल्कि राज्य का धर्म से पूरी तरीके से विलगाव है।
समापन क्रान्तिकारी गीत ‘ज़िन्दगी ने एक दिन कहा कि तुम लड़ो’ गीत से हुआ। परिचर्चा में आकाश, अम्बरीष, धर्मराज, कृष्णा प्रीति, शालू , रवि प्रकाश, अहमद हंजला, शोएब अख्तर, विनय रामू और सचिन आदि शामिल रहे।