हज ट्रेनर बनने के लिए 13 तक करना होगा ऑनलाइन आवेदन

Spread the love

गोरखपुर। हज 2025 के चयनित हाजियों को सफर की बारीकियां और जरूरी बातें सिखाने के इंतजाम हज कमेटी करती आई है। इसके लिए इस साल भी हज ट्रेनर्स नियुक्त किए जा रहे हैं। कमेटी ने इसके लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे हैं। चुने गए आवेदक मुंबई हज कमेटी से ट्रेनिंग लेकर आएंगे। इसके बाद प्रदेश के हाजियों को हज ट्रेनिंग देंगे।

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी कमलेश कुमार मौर्य ने बताया कि हज यात्रा को यात्रियों की ट्रेनिंग के लिए ट्रेनरों का चयन होगा। ट्रेनरों के चयन के लिए चार दिसंबर से आनलाइन आवेदन शुरू हो गया है। 13 दिसंबर को रात्रि 11:59 बजे तक ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया चलेगी।

उन्होंने बताया कि ऑनलाइन आवेदन हज कमेटी ऑफ इण्डिया की वेबसाइट साइट पर किया जाएगा। ट्रेनरों का दो दिवसीय प्रशिक्षण दिल्ली में जनवरी वर्ष 2025 के प्रथम सप्ताह में संभावित है। जिसमें केवल ऑनलाइन आवेदन ही मान्य होगा। ऑफलाइन का किसी तरह का आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। 150 हज आवेदकों पर एक ट्रेनर का चयन किया जाएगा। समस्त जिलों से ट्रेनरों का प्रतिनिधित्व होगा। किसी जिले में 150 हज आवेदकों से कम संख्या होने पर भी एक ट्रेनर का चयन किया जाएगा। पूर्व ट्रेनरों जिसको पिछला अनुभव है एवं पर्याप्त ज्ञान हो उनका चयन होगा। ट्रेनरों की आयु 30 नवम्बर 2024 को 25 वर्ष से कम एवं 60 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। पांच वर्षों में हज किया होना अनिवार्य है। आवेदक अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू भाषा के साथ ही स्थानीय भाषा जानते हों। आम लोगों को समझाने की क्षमता हो। कम्प्यूटर के जानकार हों। हज सुविधा एप, ईमेल, वाट्सएप पर मैसेज भेजना जानते हों। किसी भी कोर्ट में कोई आपराधिक केस लंबित न हो। मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ हों।

Facebook
Twitter
Email
Telegram
WhatsApp
LinkedIn
  • Syed Farhan Ahmad

    Related Posts

    माह-ए-रमज़ान का दूसरा जुमा : हफ्ते की ईद रोजेदारों ने अल्लाह की रजा में गुजारी

    Spread the love

    Spread the loveगोरखपुर। माह-ए-रमजान के दूसरे जुमा की नमाज शहर की छोटी बड़ी सभी मस्जिदों में अमन, शांति, खुशहाली, तरक्की व भाईचारे की दुआ के साथ अदा की गई। सभी…

    रमजान सब्र, भलाई, रहमत व बरकत का महीना

    Spread the love

    Spread the loveगोरखपुर। माह-ए-रमजान सब्र, भलाई, रहमत और बरकत का महीना है। रमजान में मुसलमान गरीब, असहाय और जरूरतमंदों का ख्याल रख कर उनकी मदद कर रहे हैं। रमजान में…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *