चौरी चौरा दुर्लभ दस्तावेज प्रदर्शनी का समापन : इतिहास के अनदेखे पन्नों से हुआ साक्षात्कार

Spread the love

गोरखपुर। चौरी चौरा विद्रोह की दुर्लभ ऐतिहासिक सामग्री को प्रदर्शित करने वाली महुआ डाबर संग्रहालय की दो दिवसीय विशेष प्रदर्शनी का समापन सेंट एंड्रयूज पीजी कॉलेज में हुआ। समापन समारोह में इतिहासकारों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों की उपस्थिति में स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े अज्ञात पहलुओं पर चर्चा की गई।

समापन समारोह में कल्चरल क्लब के समन्वयक प्रो. जे. के. पांडेय ने कहा कि “इस प्रदर्शनी ने हमें चौरी चौरा विद्रोह और स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े दुर्लभ दस्तावेजों से रूबरू कराया। हम उन सभी प्रतिभागियों, शोधकर्ताओं और इतिहास प्रेमियों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपनी उपस्थिति से इसे सार्थक बनाया।”

आरटीआई एक्टिविस्ट अविनाश गुप्ता ने कहा कि “इतिहास सिर्फ घटनाओं का संग्रह नहीं, बल्कि हमारी चेतना का दर्पण है। चौरी चौरा विद्रोह और असहयोग आंदोलन के इन दुर्लभ दस्तावेजों को देखकर यह समझ आता है कि स्वतंत्रता संग्राम का हर मोर्चा कितना महत्वपूर्ण था।”

इस अवसर पर महुआ डाबर संग्रहालय के महानिदेशक डॉ. शाह आलम राना ने कहा कि “हमने इस प्रदर्शनी के माध्यम से उन अनदेखे दस्तावेजों को प्रस्तुत किया, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के संघर्षों को और अधिक प्रामाणिकता से दर्शाते हैं। यह दुर्लभ दस्तावेज हमारे राष्ट्र की धरोहर हैं और इन्हें संरक्षित कर अगली पीढ़ी तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है।”

समारोह में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। मारुति नंदन चतुर्वेदी ने समापन वक्तव्य देते हुए कहा कि “इतिहास की यह झलक हमें अपनी जड़ों से जोड़ती है और हमें प्रेरित करती है कि हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को न भूलें। हमारी आशा है कि इस प्रदर्शनी से मिली जानकारियां आपकी सोच को नई दिशा देंगी।”

कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। उपस्थित दर्शकों ने प्रदर्शनी को ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बताते हुए आयोजकों की सराहना की।

  • Ahmad Atif

    Related Posts

    सीतापुर के पत्रकार की नृशंस हत्या के विरोध में इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने पैदल आक्रोश मार्च निकाला

    Spread the love

    Spread the loveमीडियाकर्मियों ने एक स्वर में उत्तर प्रदेश सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग की गोरखपुर, उत्तर प्रदेश। सीतापुर में दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई की…

    परिचर्चा : महिलाएं गर उठी नहीं तो ज़ुल्म बढ़ता जाएगा…

    Spread the love

    Spread the loveगोरखपुर। दिशा छात्र संगठन द्वारा ‘अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस’ पर गोरखपुर विश्वविद्यालय के विवेकानन्द लॉन में ‘अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस और स्त्री मुक्ति आन्दोलन की दिशा’ पर परिचर्चा रखी गयी।…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *