
गोरखपुर। अक़ीदत व एहतराम के साथ महान सूफी दरवेश हजरत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्लाह अलैह का 813वां सालाना उर्स-ए-पाक दरगाह हज़रत नक्को शाह बाबा धर्मशाला पर मनाया गया। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ महानगर पूर्व सचिव आफताब अहमद एवं राहुल गुप्ता के नेतृत्व में नक्को शाह बाबा की मजार पर चादर पेश की गई। मुल्क़ में अमन, चैन, ख़ुशहाली व सदभावना के लिए दुआ मांगी गई।
हजरत ख़्वाजा ग़रीब नवाज़ मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई हर धर्म के लोग आते हैं और उनकी नेक मुरादें पूरी होती है। आफताब अहमद ने कहा कि चादर पोशी हमारे देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब, क़ौमी एकता, आपसी भाईचारा, प्यार व मोहब्बत, अदब और रवादारी की अलामत है। हिंदुस्तान में क़ौमी इत्तेहाद और भाईचारा की जड़ें इतनी गहरी हैं कि वे चंद झोंकों और विकृत सोच के लोगों द्वारा हिलाई नहीं जा सकती हैं। हमारे पुर्खों ने संविधान बनाते समय कौमी एकता की भावना को केंद्र में रखा था जिसकी हिफाज़त करना हर भारतीय का कर्तव्य है।
इसलिए अमन चैन और भाईचारे का संदेश ख़्वाजा की बारगाह से पूरी दुनिया में जाना चाहिए। इस मौके पर हिमालय कुमार, अभिमन्यु मौर्य, मो. नदीम, सत्य प्रकाश जायसवाल, महेंद्र यादव, गुड्डू शाह, गुलाम अली खान, मोहम्मद समीम, खुर्शीद आलम, महमूद अहमद, इम्तियाज अहमद अनूप यादव, आदि लोग मौजूद रहे।