
गोरखपुर। पवित्र माह-ए-रमज़ान का चांद शुक्रवार 28 फरवरी की शाम को देखा जाएगा। जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अगर शुक्रवार को चांद दिखा तो रात इशा की नमाज के बाद से ही तरावीह की नमाज़ शुरु हो जाएगी और शनिवार एक मार्च को पहला रोजा रखा जाएगा। अगर चांद नहीं दिखा तो तरावीह की नमाज़ शनिवार से शुरु होगी और पहला रोजा रविवार दो मार्च को रखा जाएगा। मुफ्ती मुहम्मद शुएब रज़ा, मौलाना फिरोज, हाफिज रहमत अली आदि ने अवाम से रमज़ान का चांद देखने की अपील की है। सभी मस्जिदों में रमज़ान की विशेष नमाज़ तरावीह के इंतजाम भी करीब-करीब पूरे कर लिए गए हैं। कारी मुहम्मद अनस रजवी ने बताया कि पवित्र रमज़ान रहमत और ख़ैर व बरकत का महीना है। इसमें रहमत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं। जहन्नम के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। शैतान जंजीर में जकड़ दिए जाते हैं। नफ्ल का सवाब फ़र्ज़ के बराबर और फ़र्ज़ का सवाब सत्तर फ़र्ज़ो के बराबर दिया जाता है।
माह-ए-रमजान पर बाजारों में बढ़ी रौनक
एक या दो मार्च से शुरु होने वाले पवित्र माह-ए-रमजान के स्वागत के लिए रोजेदार तैयार हैं। तैयारियां जोर शोर से की जा रही है। मस्जिदों में भी रौनक बढ़ गई है। साफ-सफाई हो रही है। घरों में भी साफ-सफाई की जा रही है। महिलाएं भी इबादत के लिए तैयारियों में व्यस्त हैं। गाजी रौजा, रहमतनगर, नखास, तुर्कमानपुर, पुराना गोरखपुर, जमुनहिया बाग, अहमदनगर चक्शा हुसैन, रसूलपुर, गोरखनाथ, जाफ़रा बाज़ार, रेती चौक, बक्शीपुर, इलाहीबाग, तिवारीपुर, पिपरापुर में सहरी व इफ्तार की विशेष दुकानें लगेंगी, जिसकी तैयारी शुरु हो गई है। इसके अलावा साहबगंज से भी इफ्तार व सहरी के सामान खरीदे जा रहे हैं। नख़ास व घंटाघर पर खजूरों व सेवईयों की दुकानें सज गई हैं। आसपास के इलाकों के लोग भी खरीदारी करने के लिए शहर आ रहे हैं। पवित्र रमज़ान के आने की खुशी से बाज़ार में रौनक दिखने लगी है। खासकर उर्दू बाज़ार, शाह मारूफ, घंटाघर, गोलघर, रेती, जाफ़रा बाज़ार, गोरखनाथ, नखास की फिजा देखते ही बन रही है।
रमज़ान में इन अज़ीम हस्तियों का मनाया जाएगा उर्स
चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर के इमाम मौलाना महमूद रज़ा कादरी ने बताया कि रमज़ान बहुत अजमत व बरकत वाला महीना है। इस माह अज़ीम हस्तियों की याद में कुरआन ख्वानी व फातिहा ख्वानी की जाएगी। तीन रमज़ान को हज़रत सैयदा फातिमा ज़हरा रदियल्लाहु अन्हा, दस रमज़ान को उम्मुल मोमिनीन हज़रत सैयदा खदीजा तुल कुबरा रदियल्लाहु अन्हा, 14 रमज़ान को उम्मुल मोमिनीन हज़रत सैयदा सफिया रदियल्लाहु अन्हा का उर्स है। 17 रमज़ान को उम्मुल मोमिनीन हज़रत सैयदा आयशा सिद्दीका रदियल्लाहु अन्हा, हज़रत सैयदा रुकय्या रदियल्लाहु अन्हा का उर्स व यौमे शोह-दाए-बद्र है। बीस रमज़ान को फतह-ए-मक्का की तारीख़ है। 21 रमज़ान को मुसलमानों के चौथे ख़लीफा अमीरुल मोमिनीन हज़रत सैयदना अली रदियल्लाहु अन्हु का शहादत दिवस है।