
स्वास्थ्य मंत्रालय और NTA के साथ शिक्षा मंत्रालय की हो रही है बात
द आवाज़ ब्यूरो।हिंदुस्तान देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET-UG इस बार कंप्यूटर वेस्ड टेस्ट (CBT) मोड में हो सकती है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस परीक्षा के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय और नैशनल टेस्टिंग एजेंसी के साथ कंप्यूटर वेस्ड टेस्ट (CBT )मोड को लेकर बातचीत हो रही है। पूरी संभावना देखी जा रही है कि इस परीक्षा के पैटर्न बदल सकता है। 2024 में हुए NEET- UG में गड़बड़ी की शिकायतों हाई पावर कमिटी बनाई सूजी एग्जाम के बाद एक थी। कमिटी की सिफारिशों के आधार पर मंत्रालय ने कंपीटिटिव एग्जाम का खाका तैयार करने की तैयारी शुरू कर दी है।
NEET- UG में सबसे ज्यादा कैंडिडेट्स आवेदन करते हैं, जिसके आधार पर MBBS,BDS(डेंटल )BAMS (आयुर्वेदिक),BHMS(होम्योपैथिक), और अन्य कोर्सेज में दाखिला होता है। 2024 में 24 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स ने आवेदन किया था और अभी तक यह पेपर पेन एंड पेपर मोड में ही होता रहा है।मई के पहले हफ्ते में यह पेपर होता है और उम्मीद है कि जल्द ही नीट परीक्षा के पैटर्न में वदलाब के बारे में छात्रों को जानकारी दी जाएगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के निर्देश के मुत्ताविक, शिक्षा मंत्रालय हाई पावर कमिटी की हर सिफारिश पर गौर कर रहा है और संभावित तदलावों का खाका तैयार किया जा रहा है। हाई पावर कमिटी ने एक हाइब्रिड मॉडल का भी सुझाव दिया है, जिसमें क्वेश्चन पेपर को परीक्षा केंद्रों पर डिजिटल रूप से भेजा जाएगा और छात्र अपने जवाब ओएमआर शीट पर देंगे। इससे क्वेश्चन पेपर लीक होने की संभावना को पूरी तरह से खत्म किया जा सकेगा। नीट का आयोजन भी NTA ही करेगा। NTA ने UCG- NET की परीक्षा भी कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT ) मोड में करने का फैसला किया है ,और इसके बारे में ख़बर भी जारी कर दिया है।
CBI की NEET केस में एक और चार्जशीट
CBI ने ‘नीट यूजी’ परीक्षा पेपर लीक मामले में शुक्रवार को गिरोह के प्रमुख सदस्य अमित कुमार सिंह सहित पांच लोगों के खिलाफ 5वां पूरक आरोप-पत्र दाखिल किया। अधिकारियों ने बताया कि झारखंड के बोकारो निवासी सिंह ने लीक की साजिश रची और उसे अंजाम दिया। बोकारो के सुदीप कुमार और युवराज कुमार, नालंदा (बिहार) के अभिमन्यु पटेल और पटना के अमित कुमार ने क्वेश्चन पेपर लीक करने में उसकी मदद की थी।