
गोरखपुर। तुर्कमानपुर की रहने वाली शबाना खातून की पुत्री फिज़ा खातून ने करीब आठ माह में पूरा क़ुरआन-ए-पाक पढ़ लिया है। फिज़ा कक्षा सात की छात्रा हैं। इन्होंने मकतब इस्लामियात चिंगी शहीद इमाम चौक तुर्कमानपुर के शिक्षक कारी मुहम्मद अनस क़ादरी की निगरानी में कुरआन-ए-पाक के सभी तीस पारों (अध्याय) को उच्चारण सहित पूरा किया।
इस खुशी के मौके पर मकतब इस्लामियात में फातिहा ख्वानी हुई। नाना नईमुल्लाह, बहन शिफा खातून, भाई सफियान, अब्दुस समद, मुहम्मद शाद, मामू व साथ पढ़ने वाली छात्राओं कनीज फातिमा, नूर फातिमा, गुल अफशा खातून वगैरह ने दुआओं से नवाजा। फिज़ा के वालिद मरहूम अफजाल अहमद की रुह को इसाले सवाब भी किया गया।
कारी अनस ने कहा कि क़ुरआन का पैग़ाम पूरी इंसानियत के लिए है। क़ुरआन को पढ़ें, समझें और उस पर अमल करें। जो क़ुरआन पढ़ता है अल्लाह उसे हिदायत दे देता है। क़ुरआन मोमिनों के लिए शिफा है। बच्चों को क़ुरआन जरूर पढ़ाएं ताकि आपका बच्चा हलाल और हराम, सही और गलत में फर्क कर सके।