रतन टाटा का निधन: तिरंगे में लिपटे ‘भारत के रत्न’ को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई

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रतन टाटा के निधन पर देशभर में शोक की लहर

रतन टाटा का निधन: तिरंगे में लिपटे ‘भारत के रत्न’ को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई
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द आवाज़ ब्यूरो भारत के महान उद्योगपति और पद्म विभूषण से सम्मानित रतन नवल टाटा का 86 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। देश ने एक ऐसे व्यक्ति को खो दिया है, जिसने भारतीय उद्योग और समाज में अमिट छाप छोड़ी। बुधवार रात 11 बजे उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली, जहां वे उम्र संबंधी बीमारियों के चलते ICU में भर्ती थे। रतन टाटा के निधन की खबर से देशभर में शोक की लहर फैल गई है।

झारखंड में एक दिन का शोक घोषित

रतन टाटा के निधन के बाद झारखंड सरकार ने राज्य में एक दिन के शोक की घोषणा की है। रतन टाटा का झारखंड से गहरा संबंध था। उन्होंने 2021 में जमशेदपुर के नवल टाटा हॉकी अकादमी और IIT सेंटर का उद्घाटन किया था। उनका जाना राज्य और देश के लिए एक बड़ी क्षति मानी जा रही है।

रतन टाटा की अटूट विरासत: एक प्रेरणादायक सफर

रतन टाटा सिर्फ एक उद्योगपति नहीं थे, वे एक ऐसे व्यक्तित्व थे जिन्होंने शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य सेवा तक कई क्षेत्रों में समाज को अपना योगदान दिया। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेगी। 1998 में उन्होंने देश की पहली स्वदेशी कार ‘इंडिका’ लॉन्च की, जो आरंभ में सफल नहीं हुई। लेकिन वे रुके नहीं। 2008 में उन्होंने टाटा नैनो को बाजार में उतारा, जिसने दुनिया की सबसे सस्ती कार का खिताब हासिल किया। यह दर्शाता है कि वे कभी हार नहीं मानने वाले व्यक्तित्व के धनी थे।

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

रतन टाटा के पार्थिव शरीर को नरीमन पॉइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) में रखा गया, जहां लोग शाम 4 बजे तक उनके अंतिम दर्शन कर सके। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। गुरुवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को कोलाबा स्थित उनके घर से NCPA ले जाया गया। इस मौके पर राजकीय बैंड ने उन्हें सम्मान दिया।

देश की बड़ी हस्तियों ने दी श्रद्धांजलि

रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। राजनीति, व्यापार, और मनोरंजन जगत से जुड़े कई प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने भी उन्हें याद किया। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने टाटा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उद्योग जगत से मुकेश अंबानी और कुमार मंगलम बिड़ला जैसी हस्तियों ने भी उन्हें नमन किया। अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर लिखा, "एक युग का अंत हो गया।"

टाटा चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की श्रद्धांजलि

टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, "हम अत्यंत दुख के साथ रतन टाटा को विदाई दे रहे हैं। वे टाटा समूह के लिए केवल एक चेयरपर्सन नहीं, बल्कि एक गुरु, मार्गदर्शक और मित्र थे। उनके सिद्धांत और दृष्टिकोण हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।"

राजनीतिक हस्तियों की संवेदनाएं

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा, "रतन टाटा ने कॉर्पोरेट ग्रोथ, राष्ट्र निर्माण और नैतिकता के संगम का अद्भुत उदाहरण पेश किया है। उन्होंने टाटा ग्रुप की विरासत को आगे बढ़ाया और देश ने एक महान व्यक्तित्व खो दिया है।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रतन टाटा को याद करते हुए कहा, "भारत ने एक दूरदर्शी और महान बिजनेस लीडर खो दिया है। रतन टाटा की मानवता और परोपकार की भावना हमेशा हमें प्रेरित करेगी।"

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, "रतन टाटा ने एक ऐसी छाप छोड़ी है जो कभी नहीं मिटेगी। उनकी उदारता और दूरदृष्टि उन्हें भारत का एक सच्चा ‘रत्न’ बनाती है।"

मशहूर उद्योगपतियों की प्रतिक्रिया

मुकेश अंबानी ने कहा, "रतन टाटा मेरे व्यक्तिगत मित्र थे और उनका जाना मेरे लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने भारतीय उद्योग जगत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया और आज हम सबने एक प्रेरणादायक नेता खो दिया है।"

गौतम अडानी ने अपनी श्रद्धांजलि में कहा, "रतन टाटा ने मॉडर्न इंडिया की दिशा को रीडिफाइन किया। वे केवल एक उद्योगपति नहीं, बल्कि एक दयालु और करूणामय व्यक्तित्व थे।"

क्रिकेट जगत की श्रद्धांजलि

क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। वीरेंद्र सहवाग ने कहा, "भारत ने अपना सच्चा ‘रत्न’ खो दिया है। उनका जीवन हमें आने वाली पीढ़ियों तक प्रेरित करता रहेगा।"

ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने कहा, "रतन टाटा के साथ हुई मेरी बातचीत कभी नहीं भूली जा सकती। वे हर समय आगे की सोचते थे और देश के लिए प्रेरणास्त्रोत थे।"

अंतरराष्ट्रीय समुदाय की श्रद्धांजलि

अमेरिकी वाणिज्य दूतावास ने भी रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "रतन टाटा एक दूरदर्शी नेता और परोपकारी व्यक्ति थे। उनकी नवाचार और उदारता के प्रति प्रतिबद्धता ने दुनिया को बदल दिया है।"

फिल्मी जगत की संवेदनाएं

अमिताभ बच्चन और आमिर खान ने भी रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी। अमिताभ बच्चन ने कहा, "रतन टाटा का जाना भारत के लिए एक युग के अंत जैसा है। उनकी उदारता और दयालुता को देश कभी नहीं भुला पाएगा।"

रतन टाटा की विरासत: एक प्रेरणादायक अध्याय

रतन टाटा का जीवन हमें सिखाता है कि किस तरह एक व्यक्ति न केवल व्यापारिक दुनिया में बल्कि सामाजिक कल्याण में भी बदलाव ला सकता है। उनके द्वारा स्थापित पहलें जैसे टाटा ट्रस्ट्स, आज भी देश में शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुधार के कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उनकी सोच और दृष्टिकोण ने भारत को वैश्विक मंच पर एक नया आयाम दिया है। वे एक आदर्श नेता, गुरु और मानवतावादी थे, जिनकी विरासत सदैव जीवंत रहेगी।

निष्कर्ष

रतन टाटा का निधन केवल टाटा ग्रुप या भारतीय उद्योग जगत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनका व्यक्तित्व, उनका योगदान और उनकी विचारधारा आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा एक प्रेरणा का स्रोत रहेगा। वे एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने अपने जीवन से यह सिखाया कि सफलता के साथ नैतिकता और उदारता भी जरूरी है।


FAQs

1. रतन टाटा का भारत के उद्योग क्षेत्र में क्या योगदान रहा है?
रतन टाटा ने भारतीय उद्योग को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाई। उनके नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने कई महत्वपूर्ण अधिग्रहण किए, जिनमें टेटली, कोरस और जगुआर लैंड रोवर शामिल हैं। उन्होंने भारत की पहली स्वदेशी कार ‘इंडिका’ और दुनिया की सबसे सस्ती कार ‘टाटा नैनो’ को लॉन्च किया।

2. रतन टाटा के सामाजिक कार्यों का क्या प्रभाव रहा है?
रतन टाटा का सामाजिक कल्याण में बड़ा योगदान रहा है। उनके द्वारा स्थापित टाटा ट्रस्ट्स ने शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उनके परोपकारी कार्यों ने लाखों लोगों के जीवन में बदलाव लाया है।

3. रतन टाटा के निधन पर देशभर में कैसी प्रतिक्रिया रही?
रतन टाटा के निधन की खबर से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। राजनीतिक, सामाजिक और व्यापारिक जगत की बड़ी हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनकी उदारता और दूरदर्शिता को याद किया।

4. क्या रतन टाटा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मान प्राप्त हुआ था?
हां, रतन टाटा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हुए। उनकी नेतृत्व क्षमता और परोपकारी कार्यों ने उन्हें विश्वभर में एक प्रतिष्ठित व्यक्तित्व बनाया।

5. रतन टाटा का अंतिम संस्कार किस प्रकार किया गया?

रतन टाटा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ मुंबई में किया गया। उनका पार्थिव शरीर नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) में
  • Inzamam Khan

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