
गोरखपुर के लाल ने विश्व मंच पर रचा इतिहास, देश का मान बढ़ाया


गोरखपुर। गोरखपुर की धरती एक बार फिर गर्व से सिर ऊंचा किए खड़ी है, जब शहर के होनहार पैरा पावरलिफ्टिंग खिलाड़ी विनय कुमार का गृह जनपद आगमन हुआ। विनय के आगमन पर गोरखपुर पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन, रीजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम परिवार और यूपी स्पोर्ट्स ऑर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित भव्य सम्मान समारोह में उन्हें 'पूर्वांचल खेल गौरव सम्मान' से नवाजा गया।
विनय कुमार ने मिस्र में आयोजित विश्व कप पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में 59 किलोग्राम कैटेगरी के 18 वर्ष आयु वर्ग में 120 किलोग्राम का वजन उठाकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। यह गौरवपूर्ण उपलब्धि गोरखपुर और पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक ऐतिहासिक पल था। प्रतियोगिता के तीसरे दिन इस युवा खिलाड़ी ने न केवल स्वर्ण पदक जीता, बल्कि एक नया विश्व रिकॉर्ड भी बनाया, जिससे उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का मान बढ़ाया।
पहली बार गोरखपुर के पैरा एथलीट का विश्व मंच पर तिरंगा लहराना
गोरखपुर पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव ने समारोह के दौरान कहा, "यह पहली बार है जब गोरखपुर के किसी पैरा एथलीट ने विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतकर स्टेडियम में तिरंगा लहराया। विनय ने न केवल हमारे जिले का नाम रोशन किया, बल्कि दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणास्रोत भी बने हैं।"
इससे पहले गोरखपुर के पुनीत मल्ल ने एथलेटिक्स में जर्मनी में गोला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन पावरलिफ्टिंग में यह भारत के लिए पहली ऐतिहासिक जीत है। विनय की इस सफलता से न सिर्फ गोरखपुर, बल्कि देशभर के दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी। विनय, जो कोहता रूप ग्राम के निवासी हैं, तीन बार के जूनियर नेशनल चैंपियन भी रह चुके हैं और उत्तर प्रदेश के पैरा पावरलिफ्टिंग एथलीट हैं।
सम्मान समारोह में उमड़ा खेल जगत का हुजूम
गोरखपुर में हुए इस सम्मान समारोह में क्षेत्रीय खेल जगत की नामचीन हस्तियां और अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संगठन के उपाध्यक्ष ई. संजीत श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर उप जिला खेल अधिकारी सरवर आजाद, क्रीड़ा अधिकारी जितेंद्र पटेल, वॉलीबॉल कोच बृजेश कुमार, कोच अशोक शाही, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अविनाश दूबे, संजय श्रीवास्तव, अनिल मिश्रा और मणि जी समेत कई प्रमुख हस्तियां मौजूद थीं।
कार्यक्रम में मंजीत कुमार श्रीवास्तव (बाबू) ने विनय को स्मृति चिन्ह भेंट किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मंजीत श्रीवास्तव ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "यह दिन गोरखपुर और देश के लिए गर्व का दिन है। विनय ने यह साबित किया है कि हमारी माटी में अद्भुत प्रतिभा छिपी है, जिसे सही दिशा और समर्थन मिले, तो वे चमत्कार कर सकते हैं।"
विनय कुमार की यह जीत न केवल व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि यह गोरखपुर और देशभर के खिलाड़ियों के लिए एक संदेश है कि मेहनत, समर्पण और सही मार्गदर्शन से कोई भी विश्व मंच पर चमक सकता है।FAQs
1. विनय कुमार कौन हैं और उन्होंने कौन सी प्रतियोगिता में जीत हासिल की?
विनय कुमार गोरखपुर के एक पैरा पावरलिफ्टिंग एथलीट हैं, जिन्होंने मिस्र में आयोजित विश्व कप पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में 59 किलोग्राम वर्ग में 120 किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता है। इस उपलब्धि से उन्होंने गोरखपुर, उत्तर प्रदेश और पूरे देश का मान बढ़ाया है।
2. 'पूर्वांचल खेल गौरव सम्मान' क्या है और इसे क्यों दिया गया?
'पूर्वांचल खेल गौरव सम्मान' पूर्वांचल क्षेत्र के उन खिलाड़ियों को दिया जाता है, जिन्होंने राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपने क्षेत्र और देश का नाम रोशन किया हो। विनय कुमार को यह सम्मान उनके विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने और नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए दिया गया है।
3. विनय कुमार की इस उपलब्धि का गोरखपुर और देश पर क्या प्रभाव पड़ा है?
विनय की इस ऐतिहासिक जीत से गोरखपुर और पूरे देश में पैरा एथलीटों को एक नई प्रेरणा मिली है। यह साबित हो गया है कि भारत में भी दिव्यांग खिलाड़ी विश्व स्तर पर अपना लोहा मनवा सकते हैं। विनय की इस सफलता से न सिर्फ गोरखपुर का नाम रोशन हुआ है, बल्कि देशभर के दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए भी यह एक मिसाल बन गया है।
4. गोरखपुर के अन्य खिलाड़ियों ने कौन-कौन सी उपलब्धियां हासिल की हैं?
विनय कुमार से पहले, गोरखपुर के पुनीत मल्ल ने एथलेटिक्स में जर्मनी में आयोजित प्रतियोगिता में गोला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। यह दर्शाता है कि गोरखपुर के खिलाड़ी विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं।
5. इस सम्मान समारोह में कौन-कौन सी प्रमुख हस्तियां मौजूद थीं?
सम्मान समारोह में गोरखपुर पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरुण कुमार श्रीवास्तव, उप जिला खेल अधिकारी सरवर आजाद, क्रीड़ा अधिकारी जितेंद्र पटेल, वॉलीबॉल कोच बृजेश कुमार, कोच अशोक शाही, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अविनाश दूबे और अन्य प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं। सभी ने विनय की उपलब्धियों की सराहना की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।