गोरखपुर। सीनियर लेक्चरर मुख्तार अहमद को मियां साहब इस्लामिया इंटर कॉलेज बक्शीपुर (एमएसआई) का प्रधानाचार्य बनने पर शिक्षक व वरिष्ठ समाजसेवी मुहम्मद आज़म, कारी मुहम्मद अनस रजवी, एडवोकेट एसएफ अहमद ने बुके व फूल मालाओं से स्वागत कर बधाई दी।
नवनियुक्त प्रधानाचार्य मुख्तार अहमद ने कहा कि छात्र इस कॉलेज का भविष्य हैं। मैं कॉलेज के छात्रों, अभिभावकों, शिक्षकों व कर्मचारियों को कड़ी मेहनत करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करुंगा। तालीम वह शक्तिशाली हथियार है जो सभी के जीवन को सफल बनाने में मददगार साबित होगा। छात्र शिक्षकों का सम्मान करें और उनसे सीखने की हर पल कोशिश करें। छात्र अनुशासन में रहें और कॉलेज के नियमों का पालन करें। खेलों और अन्य गतिविधियों में भी भाग लें और अपना व कॉलेज का सर्वांगीण विकास करें। मुझे पूरा विश्वास है कि यहां के छात्र व शिक्षक मेरे नेतृत्व में अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे।
मुहम्मद आज़म व कारी मुहम्मद अनस रजवी ने कहा कि नवनियुक्त प्रधानाचार्य के नेतृत्व में कॉलेज सफलता व तरक्की की नई इबारत लिखेगा। उन्होंने कहा कि कुरआन-ए-पाक की बहुत सारी आयात मुसलमानों को बार-बार प्रकृति में मौजूद अल्लाह तआला की तमाम निशानियों पर गौर फिक्र करने व जानने की दावत दे रही है। इन हालात में मुसलमानों की दीनी व दुनियावी इल्म से दूरी अफसोसनाक ही नहीं, इबरतनाक भी है और उनके हर तरह के पिछड़ेपन का सबसे बड़ा कारण है। यह दौर सख्त मुक़ाबले और इल्म पर आधारित समाज का है जो इल्म और मुकाबले की दौड़ में पीछे रह जाने वालों का इंतेज़ार नहीं करता, कुचल कर आगे निकल जाता है। इस दौर में आने वाली पीढ़ी के लिए यह चिंतनीय विषय बन गया है कि आज हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को किस प्रकार की तालीम प्रदान करें? जिससे हमारे सभी पक्षों का विकास संभव हो सके। तालीम का लक्ष्य इंसान को संस्कारवान, सद्गुण और आत्मनिर्भर बनाना है। लिहाजा मां-बाप, शिक्षक व समाज के सभी वर्गों को मिलकर तालीमी व्यवस्था में तमाम तरह के परिवर्तन लाने की सख्त जरूरत है। इस मौके पर मंजूर आलम, शहगिल मसूद, मुहम्मद इरफान खान, मुहम्मद जाबिर अली, तंजीम अहमद आदि मौजूद रहे