भगत सिंह को याद करो! नयी क्रान्ति की राह चलो!!

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भगत सिंह के जन्मदिवस पर स्मृति संकल्प अभियान

भगत सिंह को याद करो! नयी क्रान्ति की राह चलो!!

भगत सिंह के जन्मदिवस पर स्मृति संकल्प अभियान

दिशा छात्र संगठन और नौजवान भारत सभा की ओर से भगतसिंह के जन्मदिवस (28 सितम्बर) पर चलाए जा रहे 'स्मृति संकल्प अभियान' के तहत गोरखपुर में भगतसिंह चौराहा, बेतियाहाता स्थित भगतसिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सभा किया गया।

क्रांतिकारी विचारधारा की पुनः आवश्यकता

दिशा के सदस्य अंजलि ने कहा कि भगतसिंह और उनके संगठन एचएसआरए (हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन) का स्पष्ट तौर पर यह मानना था कि गोरे साहबों के जाने के बाद अगर भूरे साहब सत्ता में बैठकर जनता पर डण्डे बरसाते हैं तो इससे आम जनता की ज़िन्दगी में कोई फर्क़ नहीं आने वाला।

भगत सिंह का मकसद - हर प्रकार की लूट का अंत

भगत सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा था कि उनका मकसद केवल विदेशी हुकूमत से आजादी नहीं, बल्कि हर तरह की लूट को समाप्त करना था। चाहे वह इंसान द्वारा दूसरे इंसान की लूट हो या एक देश द्वारा दूसरे देश की लूट हो ।

आधुनिक समस्याएँ और भगत सिंह के विचार

अंजलि ने आगे कहा कि आज आम जनता बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, आत्महत्या, भुखमरी, महंगी होती शिक्षा आदि से परेशान हैं। लोग जीवन से जुड़ी हुई जरूरी और असली सवालों पर एकजुट होकर लड़ ना सकें, इसके लिए पूरे देश भर में लोगों को जाति-धर्म के नाम पर नफरती ज़हर परोसकर धार्मिक उन्मादी बनाकर आपस में ही लड़ाया जा रहा है। भगतसिंह के दौर में भी अंग्रेजों ने जनता को आपस में लड़ने के लिए फूट डालो और राज करो की नीति को अपनाया था। ऐसे समय में क्रान्तिकारियों की विचारों की रोशनी में आम जनता को इन तमाम समस्याओं के खिलाफ़ एकजुट और लामबन्द करना होगा

भगत सिंह का अधूरा सपना और आज की लड़ाई

नौजवान भारत सभा के धर्मराज ने कहा कि आज भगत सिंह को याद करने का अर्थ है उनके अधूरे सपने को पूरा करने के लिए संघर्ष करना।

नौजवानों की भूमिका - क्रांति का संदेश

नौजवानों को शहीदे-आज़म भगत सिंह के बताए मार्ग पर चलकर, झुग्गी-झोपड़ियों और कारखानों में जाकर, हर इंसान तक क्रांति का संदेश पहुंचाना होगा। व्यापक जनता को संगठित करके ही हम भगत सिंह के सपनों को साकार कर सकते हैं।

सभा में उपस्थित सदस्य

सभा में धर्मराज, अम्बरीश, सौम्या, दीपक, अंजलि आदि सक्रिय रूप से शामिल हुए और भगत सिंह के विचारों को आम जनता तक पहुंचाने का संकल्प लिया।

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