सेंट एंड्रयूज कॉलेज में नैदानिक मनोवैज्ञानिक रमेंद्र त्रिपाठी ने किया विद्यार्थियों को जागरूक

गोरखपुर। शनिवार को विश्व अल्जाइमर दिवस के अवसर पर सेंट एंड्रयूज कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग में कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं के बीच गोष्ठी, स्लोगन लेखन प्रतियोगिता के साथ-साथ व्याख्यान हुआ। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य लोगों को अल्जाइमर रोग के लक्षण, निदान और देखभाल के तरीकों के बारे में जागरूक करना रहा।
नैदानिक मनोवैज्ञानिक रमेंद्र त्रिपाठी ने इस गंभीर बीमारी के शुरुआती संकेतों और इसके इलाज के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी साझा की। साथ ही परिवार के सदस्यों और देखभाल कर्ताओं के लिए रोगियों की देखभाल के लिए उपयोगी सुझाव भी दिए गए।

मनोविज्ञान विभाग की असिस्टेंट प्रोफ़ेसर श्वेता जॉनसन ने बताया कि अल्जाइमर न केवल रोगी को प्रभावित करता है, बल्कि इसके देखभालकर्ताओं पर भी मानसिक और शारीरिक प्रभाव पड़ता है। इसलिए इस कार्यक्रम में रोगियों की देखभाल करने वाले परिवार के सदस्यों को भी मानसिक रूप से मजबूत रहने और सहायता प्राप्त करने के सुझाव दिए गए।
कल्चरल क्लब के नोडल अधिकारी प्रोफ़ेसर जेके पांडे ने बताया कि इस तरह के आयोजनों से समाज में अल्जाइमर के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसके मरीजों व उनके परिवारों को समर्थन प्रदान करने में सहायता मिलती है।
स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में मुस्कान ने प्रथम, सम्मानिका ने द्वितीय और अलीना ने तृतीय पुरस्कार जीता। दिव्या तनीषा तथा दीपान्विता को सांत्वना पुरस्कार मिला।विजेताओं को प्रमाण पत्र मुख्य अतिथि के द्वारा दिया गया। अंत में असिस्टेंट प्रो. फरहत बानो ने सभी विद्यार्थियों, शिक्षको, स्टाफ मेंबर्स और मुख्य अतिथि का धन्यवाद ज्ञापित किया।

