यह कोई आम नारा नहीं है बल्कि अपना सच्चा हिन्दू होना साबित करने के लिए आज यह नारा लगाया जाता है। यह भी याद रखें यह नारे राम भक्ति में भक्त अपने मंदिर या घर में नहीं बल्कि किसी गैर हिन्दू के सामने लगाता है।
पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी पाकिस्तानी एम्बेसी या किसी ऑफिशियल के सामने नहीं बल्कि मस्जिद, मदरसों और दरगाहों के सामने लगाने के वाकियात ही सामने आए हैं।
पिछले दिनों 03/ मई को मुझ (समद अहमद सिद्दीकी) को अपने चंद साथियों के साथ दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्विद्यालय में इम्तिहान देने के सिलसिले में जाना हुआ। इम्तिहान विश्वविद्यालय के दीक्षा भवन में था। इम्तिहान देकर सुबह 10 बजे बाद हम लोग लौट ही रहे थे कि रास्ते में एक टोयोटा/इनोवा में सवार कुछ युवकों ने हमारे करीब से सटा कर अपनी गाड़ी निकालते हुए अभद्र तरीके से पाकिस्तान मुर्दाबाद और जय श्री राम के नारे लगाए और बड़ी तेजी के साथ भाग निकले जैसे किसी के घर में डकैती की हो।
अगर वो रुकते तो शायद हम उनसे रामभक्ति और पाकिस्तान दुश्मनी पर कुछ सवाल और बात चीत कर पाते। गाड़ी पर नम्बर न होने की वजह से उनके बारे में कोई सटीक जानकारी हमारे पास नहीं है।
यह भी बताना जरूरी है कि कॉलेज गेट पर खड़े गार्ड कैंपस के अंदर छात्रों या आम लोगों की गाड़ी जाने नहीं देते हैं। इससे पता चलता है कि गाड़ी खास लोगों की थी। लेकिन सवाल यह है जहां छात्रों व आमजन को अंदर गाड़ी ले जाने की इजाज़त नहीं है। वहां इन खास लोगों को इजाज़त क्यूंकर और कैसे दी गई?
नोट : मुसलमान के सामने अपनी रामभक्ति दिखाने से आपको कोई ऊंचा मकाम नहीं मिलने वाला मुसलमान आपके भगवान राम की मंदिर नहीं है जहां आप उनकी आराधना या भक्ति का इज़हार करें। न ही हम इंडियन गवर्मेंट हैं कि पाकिस्तान पर कार्रवाई कर सकें कार्रवाई की मांग हिन्दुस्तानी हुकूमत से की जाए।